👮 सैनिक की अभिलाषा 👮
👇
![]() |
सैनिक की अभिलाषा
👉हम सैनिक आदर्श देश के,
इससे बड़ा उपहार नहीं ।
हंसते-हंसते फर्ज निभाएं,
हो जीवन बलिदान यही ।।
जीवन का तो सत्य अंत है,
इससे क्यों घबराए हम ।
अपने मातृभूमि के खातिर,
हर पल बढ़ते जाएं हम ।।
चलने वाले कभी न रुकते,
राज सदा ही बन जाती ।
मन में दृढ़ संकल्प अगर हो,
विजय पताका लहराती ।।
अपना फर्ज निभाएंगे हम,
दुश्मन
की परवाह नहीं ।
हम
सैनिक आदर्श देश के,
इससे
बड़ा उपहार नहीं ।।
धन्य
धरा वो पावन जननी,
पुत्र
जहां बलिदान करें ।
मानवता
के लिए देशहित,
न्योछावर
जो प्राण करें ।।
बलिदानी
को देश सदा ही,
याद
नमन सत बार करें ।
ऐसे
निशाॅँँ छोड़ जाएंगे,
जिसका
सब गुणगान करें ।।
कितनों ने बलिदान दिए हैं,
और बड़ा कोई दान नहीं ।
हम सैनिक आदर्श देश के,
इससे बड़ा उपहार नहीं ।।
🙏 लेखक :- कमलेश कुमार मिश्र
रीवा म.प्र.

0 comments:
Post a Comment
Please Post your Query and Comments.